चुकंदर के फायदे और नुकसान,chukander ke fayde aur nuksan

  चुकंदर के फायदे और नुकसान(chukander ke fayde aur nuksan)

  
Written by Dr. Virendra Singh
Edited by Pratibha Thakur

   
चुकंदर एक पौष्टिक तना मूल की सब्जी होती है जो विभिन्न स्वास्थ्य लाभों में सहायक होता है। यह लाल या गुलाबी रंग का होता है आमतौर पर सलाद और जूस के रूप में उपयोग किया जाता है। चुकंदर आयरन, फोलेट, विटामिन C,A,B6,E,K पोटैशियम और डाइटरी फाइबर का अच्छा स्रोत माना जाता है, जिससे यह हड्डियों, पाचन तंत्र, और आंतिक्रियाओं के लिए फायदेमंद हो सकता है। चुकंदर का रस पीने से भी आपके स्वास्थ्य को लाभ मिल सकता है, जैसे कि रक्तचाप कम करने में मदद और पाचन को सुधारने में सहायक हो सकता है।


विषय सूच


    • चुकंदर क्या है?
    • चुकंदर में पाये जाने वाले तत्व
    • चुकंदर के फायदे खून की कमी दूर करने में
    • चुकंदर के फायदे उच्च रक्त चाप नियंत्रण में
    • चुकंदर के लाभ कोलेस्ट्रॉल कम करने में
    • चुकंदर शुगर कंट्रोल करता है
    • चुकंदर में कैंसर रोधी गुण पाये जाते है
    • चुकंदर खाने के फायदा मासिक धर्म में
    • चुकंदर के गुण यौन स्वास्थ्य के लिए
    • चुकंदर के फायदे हृदय में
    • चुकंदर के फायदे प्रेगनेंसी में
    • चुकंदर के लाभ दिमाग के लिए
    • चुकंदर के फायदे एनीमिया के लिए
    • चुकंदर के फायदे शारीरिक सूजन कम करने में
    • चुकंदर के लाभ शारीरिक सौंदर्य में
    • चुकंदर खाना गुर्दे के लिए लाभकारी
    • चुकंदर के फायदे उल्टी-दस्त के लिए
    • चुकंदर पीलिया में लाभकारी
    • चुकंदर पित्ताशय के लिए गुणकारी
    • चुकंदर के फायदे बालों में
    • चुकंदर मोतियाबिंद में लाभदायक
    • चुकंदर दांत और हड्डियों के लिए फायदेमंद
    • चुकंदर के फायदा सिर दर्द में
    • चुकंदर के लाभ पथरी में
    • चुकंदर के लाभ बलगम में
    • चुकंदर के फायदे गंजापन में
    • चुकंदर के लाभ बवासीर में
    • चुकंदर के फायदे मूत्र रोग में
    • चुकंदर के फायदे कान के दर्द में
    • चुकंदर जूस की तासीर
    • चुकंदर के नुकसान

चुकंदर क्या है?

चुकंदर एक मूसला जड़ वाली वनस्पति मानी गई है।इसको बीटा बल्गेरिस प्रजाति का पौधा माना गया है।इसको अंग्रेज़ी में बीटरूट कहा जाता है।इसका वैज्ञानिक नाम बीटा बल्गेरिस है।यह लाल रंग,जामुनी,पीला या श्वेत रंग का देखने को मिलता है।इसकी बहुत सारी नस्लें अलग अलग स्थानों में पायी जाती है।यह जमीन के अन्दर पैदा होने वाली सब्जी या सलाद का रूप है यह स्वाद में हल्का मीठा होता है।यह हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत ही उपयोगी माना गया है।इसका सेवन करने से हमारे शरीर में बहुत सारे फायदे देखे गये है इसीलिए इसे क्रियाशील आहार(functional food) कहा जाता है।इसकी पैदावार भारत के साथ साथ अनेक देशों में होती यह हमारे पोष्टिक आहार में अहम भूमिका निभाने का कार्य करता है।

चुकंदर में पाये जाने वाले तत्व 

इसमें विभिन्न प्रकार के उपयोगी तत्व पाये जाते है जो मानव स्वास्थ्य को बनाये रखने के लिए आवश्यक माने गये है.…..

आयरन ( Iron )

पोटेशियम ( Potassium)

सोडियम ( Sodium)

फॉस्फोरस ( Phosphorus)

एंटीऑक्सीडेंट्स (Antioxidants)

डायटरी फाइबर ( Dietary Fiber )

विटामिनस ( Vitamins ) A,B6,C,E,K .ets

मिनरल ( Minerals)

प्रोटीन ( Protein)

कार्बोहाइड्रेट ( Carbohydrates)

कैल्शियम ( Calcium ) 

• जिंक ( Zinc )

• पानी ( water)

• मैग्नीशियम ( Magnesium)

• कॉपर ( Copper )

• शुगर ( Sugar )

• फैट ( fat )

चुकंदर में बहुत सारे उपयोगी तत्व उचित मात्रा में पाये जाते है।

जिनके सेवन से  हमारे शरीर में अनेक प्रकार के फायदे देखे गये है


खून की कमी दूर करे में - चुकंदर पोटैशियम,सोडियम,फॉस्फोरस और आयरन का एक अच्छा स्रोत माना गया है। इसमें प्राकृतिक रूप से पाये जाने वाले आयरन, फोलेट और विटामिन सी होते हैं जो खून की कमी को दूर करने में मदद करते हैं। आयरन खून में हीमोग्लोबिन उत्पन्न करने में मदद करता है, जिससे रक्त को अधिक ऑक्सीजन मिलता है। यदि आपको खून की कमी है, तो चुकंदर को अपने आहार में शामिल किया जा सकता है


उच्च रक्तचाप नियंत्रण में - चुकंदर में नाइट्रेट्स प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो रक्त वाहिकाओं में रक्त का फैलाव अच्छे से करता है,जिसके कारण रक्त का दबाव कम होता है ,इससे सिस्टॉलिक और डायस्टॉलिक ब्लड प्रेशर दोनों नियंत्रित होते है।इसके साथ इसमें पोटेशियम भी पाया जाता है ,जो उच्च रक्तचाप को कम करने में सहायक होता है


कोलेस्ट्रॉल को कम करने में -चुकंदर कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक हे इसमें विटामिन्स, फाइबर और एंटिऑक्सीडेंट्स पाये जाते है,जो हमारे हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करते हैं। इसके अलावा, चुकंदर में प्लेंट स्टेरोल्स भी पाये जाते हैं जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में सहायक माने गये हैं। मेरा नाम 


शुगर कंट्रोल करता है- चुकंदर में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो हमारे शरीर में शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है।फाइबर  से हमारे खाने की प्रक्रिया धीरे-धीरे होती है और शुगर के स्तर को स्थिर रखने में मदद मिलती है। इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स वेजिटेबल होने के कारण खून में धीरे धीरे शुगर रिलीज करता है जिससे ब्लड शुगर नियंत्रित रखने में मदद मिलती है । 


कैंसर रोधी गुण -चुकंदर में एंटीऑक्सीडेंट्स , एंटी प्रोलाइफ़रेटिव ,एंटी-इंफ़्लेमीटरी गुण पाये जाते है जो कैंसर की रोकथाम में मददगार हो सकता है और विटामिन्स सी और की अच्छी मात्रा मौजूद होने के कारण, यह कैंसर के खिलाफ लड़ाई में सहायक होता है। विशेष रूप से, यह फाइटोकेमिकल्स जैसे कि बीटाइन, बेटालैन और क्वेरसेटिन का स्रोत होता है, जिनके बहुत सारे शोधों में कैंसर के विरुद्ध संघर्ष में मदद करने का प्रतिष्ठित संदर्भ है


चुकंदर खाने के फायदा मासिक धर्म में- मासिक धर्म के दौरान चुकंदर का सेवन करने से आपको लाभ मिलता है, क्योंकि चुकंदर में फोलेट, आयरन, पोटैशियम और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं जो मासिक धर्म के समय के खास जरूरतों को पूरा करने में सहायक होते हैं। इसके अलावा, चुकंदर में पाये जाने वाले नाइट्रेट्स आपके खून के स्राव को विस्तारित करके मासिक धर्म के समय होने वाले दर्द को कम करने में सहायक हो सकता हैं।इसमें पर्याप्त मात्रा में आयरन पाया जाता है जो मासिक धर्म के दौरान स्त्रियों में होने वाली खून की कमी को पूरा करता है जिससे वो अपने आप को ऊर्जावान और स्वस्थ महसूस करती है।


चुकंदर के गुण यौन स्वास्थ्य के लिए - चुकंदर यौन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इसमें नाइट्रिक ऑक्साइड के स्रोत होते हैं, जो खून के संचारण को बेहतर बनाता हैं,जिससे रक्त वाहिनियों का विस्तार होता है और जेनेटल्स भाग में रक्त का संचरण होता है जिससे कम कामेच्छा या नपुंसकता से ग्रसित लोगों में यौन स्वास्थ को ठीक करने में सहायता मिलती है। इसके अलावा, चुकंदर में विटामिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर के सामान्य कामकाज को सुनिश्चित करने में सहायक होते हैं।इसके अतिरिक्त इसमें बोरान प्रचुर मात्रा में मिलता है जो मानव सेक्स हार्मोन्स बनाने में सहायक है।


चुकंदर के फायदे ह्रदय में -इसका सेवन दिल की सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद हो सकता है। इसमें विटामिन्स और मिनरल्स पाये जाते है जो ह्रदय को नियमित  रूप से कार्य करने में मदद करते है ।इसमें नाइट्रिक ऑक्साइड होता है, जो रक्त परिसंचरण में सुधार कर हृदय को स्वस्थ रखने में सहायक हो सकता है।इसमें फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में सहायक हो सकते हैं, जिससे हृदय स्वास्थ्य  में लाभ मिल सकता है,विटामिन सी, फोलेट और अन्य एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं ,और इसमें बीटाइन होता है जो सूजन को कम करने में मदद कर सकता है, जिससे हृदय स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।


चुकंदर के फायदे प्रेगनेन्सी में- चुकंदर प्रेगनेंसी के दौरान उपयोगी हो सकता है, क्योंकि इसमें फोलेट, आयरन, विटामिन सी, पोटैशियम और फाइबर जैसे पोषण भरपूर मात्रा में पाये जाते हैं। जो प्रैग्नेंट महिलाओं के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता हैं तथा रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक होता है और इसमें फोलेट पाये जाने से प्रेगनेंसी के दौरान बच्चे के ट्यूब डिफ़ेक्ट्स रिस्क को कम करने में सहायक होता है और बच्चे के विकास को पोषित करने में मदद कर करता हैं,माँ और बच्चे को अनेमिया कि समस्या से सुरक्षित रखने में मदद करता है लेकिन इसका उचित मात्रा में सेवन करना चाहिये प्रेत्येक व्यक्ति की अलग अलग जरूरत रहती है इसीलिये अपने चिकित्सक से परामर्श जरुर ले खाने से पहले


चुकंदर के लाभ दिमाग के लिए-चुकंदर मस्तिष्क के लिए भी फायदेमंद हो सकती है, यह मस्तिष्क में रक्त के संचार को बड़ा देता है इसमें नाइट्रेट तत्व पाया जाता है जो मस्तिष्क कि रक्त वाहिकाओं को फैलाने में मदद करता है और इसमें विटामिन सी, फोलेट और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो मस्तिष्क के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकते हैं। ये तत्व मस्तिष्क के सेल्स को सुरक्षित रखने और न्यूरोन संवादन को स्थापित करने में मदद करते हैं। इसके अलावा इसको नियमित सेवन करने से मस्तिष्क की क्षमता में सुधार हो होता है।


चुकंदर के फायदे एनीमिया के लिए - इसमें अच्छी मात्रा में आयरन, फोलेट और विटामिन सी पाया जाता है,जो  खून में हेमोग्लोबिन की उत्पत्ति और संरचना को सुधारने में मदद कर करते हैं, जिससे एनीमिया की स्थिति में सुधार हो सकता है। इसका नियमित सेवन करने से रक्त की कमी को दूर करने में मदद मिल सकती है, उचित मात्रा में आयरन युक्त भोजन करने से एनीमिया की शिकायत को दूर किया जा सकता है


शारीरिक सूजन कम करने में -चुकंदर में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाये जाते है जो शारीरिक सूजन को कम करने में मदद करते है ।इसमें बीटालेंस नामक पिग्मेंट पाया जाता है जो सूजन और मोच को कम करने में मदद करता है ।बुजुर्गों में जोड़ों के दर्द ,सूजन और ऑस्टियोर्थिटिस की समस्या में भी उपयोगी हो सकता है ।आप इसे कच्चे रूप में खाने, जूस बनाने या सलाद में शामिल करके इसके लाभ उठा सकते हैं। 


शारीरिक सौंदर्य - चुकंदर शरीर को सुंदर बनाने में मददगार हो सकती है क्योंकि यह आपकी झाइयाँ,रूखी त्वचा और रंग को निखारने में मदद कर सकती है ।यह हमारे पाचन प्रणाली को स्वस्थ रखने में मदद करती है। चुकंदर में फाइबर, विटामिन, और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं ,जो हमारी त्वचा को चमक दार बनाने में मदद कर सकती हैं। इसके अलावा, इसका सेवन आपके बालों को मजबूती और चमकदार बनाने में भी सहायक हो सकता है।इसमें ग्लूटेथिओन पाया जाता है जो त्वचा में अतिरिक्त मेलेनिन की परत को कम करने में सहायक होता है जिससे त्वचा में निखार आता है क्योंकि मेलेनिन की उपस्थिति हमारे त्वचा का रंग निर्धारित करती है यदि त्वचा में मेलेनिन कम मात्रा में होता है तो  त्वचा गोरी और चमकदार होगी


गुर्दों के लिए लाभकारी - चुकंदर गुर्दों के लिए सहायक हो सकता है क्योंकि इसमें क्लोरीन पाया जाता है जो किडनी और लीवर को स्वस्थ साफ रखने में सहायक होता है ।नाइट्रिक ऑक्साइड की अच्छी मात्रा होती है जो किडनी के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करती है। यह खून में संचित विषाक्त तत्वों को कम करने में भी मदद कर सकती है जिससे किडनी के लिए फायदेमंद हो सकता है।


उल्टी-दस्त - चुकंदर उल्टी दस्त में लाभकारी हो सकता है क्योंकि इसमें पाये जाने वाले फाइबर और पोटैशियम आपके पाचन सिस्टम को सहायता प्रदान करता हैं, जो उल्टी दस्त के कारण हुए तंत्रिका विकार को सुधार करने में सहायक हैं।यदि उल्टी-दस्त हो रही हो तो इसका जूस निकाल कर सेंधा नमक मिलाकर लेने से आराम मिल सकता है


पीलिया में लाभकारी - चुकंदर का सेवन पीलिया में लाभकारी हो सकता है क्योंकि चुकंदर में एंटीऑक्सिडेंट्स, विटामिन्स, और मिनरल्स होते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं।


पित्ताशय के लिए गुणकारी - चुकंदर का सेवन पित्ताशय के लिए सहायक माना जाता है क्योंकि इसका जूस शरीर में ठंडक पैदा करता है जिससे पित्त सीक्रेशन से होने वाली जलन में मदद मिलती है और पित्ताशय की गर्मी को नियंत्रित करने में सहायक होता है। चुकंदर में विटामिन सीसोडियम,फास्फोरस,पोटेशियम,फोलेट, और आयरन जैसे पोषण तत्व पाए जाते हैं जो पित्ताशय को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक  हो सकते हैं। यहाँ तक कि कुछ अध्ययनों में दिखाया गया है कि चुकंदर का सेवन करने से पित्ताशय संबंधित समस्याओं जैसे फेटी लीवर,प्राइमरी लीवर सिरोसिस को कम किया जा सकता है एवं स्वस्थ और  साफ पित्ताशय रखा जा सकता है


बालों मेंचुकंदर में फास्फोरस पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है जो बालों के विकास ( hair growth) के लिए सहायक माना गया है ,और इसका रस बालों की रूसी को कम करने में मदद कर सकता है। आप चुकंदर के रस को निकालकर उसे अपने सिर पर लगा सकते हैं और उसे कुछ समय तक लगाये रखें  फिर धीरे से उसे धो लें। यह आपके बालों की रूसी को कम करने में मदद कर सकता है। 


मोतियाबिंद में लाभदायकमोतियाबिंद के लिए चुकंदर एक लाभकारी आहार हो सकती है क्योंकि इसमें नाइट्रिक ऑक्साइड की मात्रा पायी जाती है जो आंखों के लिए फायदेमंद होता है। इसके अतिरिक्त, चुकंदर में विटामिन , विटामिन सी, फॉलेट, पोटैशियम, और फाइबर भरपूर मात्रा में होते हैं, जो  हमारी आंखों की सेहत के लिए उपयोगी माने गये है

दांत और हड्डियों के लिए फायदेमंद - कैल्शियम हमारे  हड्डियों को सेहतमंद और मजबूत रखने के लिये उपयोगी माना गया है ,क्योंकि चुकंदर में कैल्शियम का अच्छा स्रोत माना गया है, इसलिए यह हड्डियों को मजबूत रखने के साथ साथ दांतों को भी मजबूत बनाता है।


सिरदर्द में फायदा - चुकंदर का सिरदर्द में फायदा हो सकता है क्योंकि यह ब्लड वेसल्स को विस्तारित करके ब्लड फ्लो को बढ़ावा देने में मदद करता है। इसमें मौजूद नाइट्रिक ऑक्साइड सरदर्द को कम करने में मदद कर सकता है। चुकंदर के जड़ का एक से दो बूंद रस नाक में डालने से आधा कपाल में होने वाली पीड़ा में लाभ मिलेगा


पथरी में - चुकंदर का रस या चुकंदर को पानी में उबाल कर इसका सूप पीने से पथरी निकालने  में लाभ मिल सकता है


बलगम में  - चुकंदर में विटामिन C, फाइबर, पोटैशियम और निट्रिक ऑक्साइड होता है जो बलगम को कम करने में सहायक होता है। इसके अतिरिक्त, यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और सामान्य स्वास्थ्य को बनाए रखने में उपयोगी माना गया है।चुकंदर हमारे अन्दर से कफ बलगम को निकाल कर श्वासनली को साफ करता है।


गंजापन में - चुकंदर के पत्तों का रस निकाल कर कुछ समय तक लगाने से या इसके पत्ते को हल्दी के साथ पीसकर बालों में लगाने से बालों का झड़ना कम हो जाएगा


बवासीर में - चुकंदर में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो बवासीर के इलाज में मददगार हो सकता है। यह पाचन को सुधारने में भी मददगार हो सकता है जिससे हमारे पेट में कब्ज दूर होगी ।इसकी जड़ के चूर्ण को घी के साथ सेवन करने से बवासीर में लाभ मिल सकता है।


मूत्र रोगों मेंचुकंदर मूत्र रोगों में विशेष उपयोगी हो सकता है क्योंकि इसमें कुछ एसे तत्व पाये जाते है  जो मूत्र संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं को सुधारने में मदद कर सकते हैं। इसमें अन्तास्थली कॉम्प्लेक्स के तत्व होते हैं, जो मूत्र संचारण को सुधारने में मदद कर सकते हैं। इसमें पोटैशियम की मात्रा पायी जाती है, जो मूत्र पथ के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है। इसमें  उच्च मात्रा में पोटैशियम होने के कारण, यह मूत्र मार्ग में पथरियों के विघटित करने में मदद कर सकता है।

कान के दर्द में - चुकंदर के अंतर्गत कुछ पौष्टिक तत्व उपस्थित होते हैं जो कान के दर्द को सुधारने में मदद कर सकते हैं, इसके ताजे पत्तों का रस निकाल कर एक-दो बूंदे कान में डालने पर कान दर्द में राहत मिल सकती है ।इसके रस में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो कान के संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकते हैं।लेकिन, यदि कान का दर्द बढ़ रहा है, सुनने में कमी हो रही है, या कान से स्राव हो रहा है, तो आपको तुरंत एक चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए, क्योंकि ऐसे लक्षण संक्रमण या अन्य गंभीर समस्याओं के कारण हो सकते हैं।


चुकंदर जूस की तासीर - चुकंदर का रस ठंडा होता है और उसकी तासीर शीतल होती है। यह पित्तप्रधान लोगों के लिए काफी लाभदायक माना गया है इसका उपयोग गर्मियों के मौसम में लोग अधिक करते है अन्य मौसम में इसको उचित मात्रा में लेना बेहतर माना गया है यह खून की शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है और पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है। चुकंदर का रस विटामिन, मिनरल्स, और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जिससे आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है।

चुकंदर से नुकसान -

चुकंदर उचित मात्रा में खाने से अनेक फायदे है तो अधिक मात्रा में सेवन करने से नुकसान भी हो सकता है इसीलिए प्रत्येक खाद्य पदार्थ का सेवन शरीर की जरूरत के अनुसार लेना उचित माना गया है ,प्रत्येक मनुष्य के शरीर की जरूरत अलग अलग हो सकती है

  •  चुकंदर का सेवन ठंड के दिनों में कम मात्रा में करना चाहिए,जिस मनुष्य की कफ प्रवृत्ति है उसको चुकंदर कम खाना चाहिए क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है इसके अधिक सेवन से कफ बिगड़ सकता है और कफ़ से संबंधित समस्या बड़ सकता है ।
  • चुकंदर में फॉस्फोरस,आयरन,मैग्नीशियम,कॉपर ये सभी धातु पाये जाते है यदि ये उचित मात्रा में है तो शरीर के लिये सहायक होंगे लेकिन यदि इनका अधिक सेवन किया जाये तो यह लीवर और पैंक्रियाज में नुकसान पहुँचा सकते है।
  • चुकंदर में पोटैशियम होने के कारण, चुकंदर निम्न रक्त चाप से पीड़ित व्यक्ति को कम सेवन करना चाहिए इसका अधिक सेवन निम्न रक्तचाप की समस्याओं को बढ़ा सकता है।
  • चुकंदर के अधिक सेवन से मलमूत्र का रंग लाल हो सकता है यह स्थिति विटुरिया के नाम से जानी जाती है।
  • यदि किसी व्यक्ति को कैल्शियम ऑक्सलेट से संबंधित पथरी कि समस्या है तो चुकंदर का सेवन नहीं करना चाहियेइसमें ऑक्सलेट पाया जाता है जो  पथरी के रिस्क को बढ़ाने में सहायक हैं, यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जिनमें मूत्र मार्ग में पथरी की समस्या होती है।
  • इसको  लहसुन या हल्दी के साथ मिलाने से नकरात्मक प्रतिक्रिया हो सकती है, जिससे कुछ लोगों को पेट में तकलीफ पैदा कर सकती है। 
  • कुछ लोग में चुकंदर के सेवन से एलर्जिक देखी गई हैं, जिससे उन्हें तकलीफ हो सकती है।
  • इसमें फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जिसके अधिक सेवन से दस्त और मितली की समस्या हो सकती है।                                                                                                                                               चुकंदर सलाद के साथ हो या उसका जूस हो उचित मात्रा में सेवन सुरक्षित माना गया है ,यदि किसी व्यक्ति को कोई गंभीर समस्या है तो उसे अपने चिकित्सक से परामर्श जरुर लेनी चाहिए इसके लिए ठाकुर योग स्वास्थ्य संगठन की कोई जिम्मेदारी नहीं है ।धन्यवाद











                       

   


    

                       

   





 

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